18 Jan पुण्यतिथि पर्यावरण पुरोधा,प्रेमी श्री विश्वेश्वरदत्त सकलानी
पुण्यतिथि पर्यावरण पुरोधा,प्रेमी श्री विश्वेश्वरदत्त सकलानी 18.01.2019
08साल की उम्र से शुरू कर 96तक50लाख पेड़ लगाए,उन महान उत्तराखंड के'ट्री-मैन'का निधन18जन.2019मे हुआ.अनेक लोगों के मन में यह विचार आता है कि अकेले मैं भला क्या बदलाव ला सकता हूँ,ऐसे में यह प्रेरक व्यक्तित्व पढ़ें, विचार करें,मेरे जीवन की सार्थकता कैसे हो?बचे हुए वर्षों में मैं इस देश,समाज के लिए क्या योगदान कर सकता हूँ!सकलानी जी अपने पीछे चार बेटों और पांच बेटियों का परिवार छोड़ गए हैं।जिस सूरजगांव के आस-पास उन्होंने एक घना जंगल तैयार किया,वह तेजी से गायब होता जा रहा है। विश्वेश्वर दत्त सकलानी आठ साल के थे,जब उन्होंने पहला पौधा रोपा।बाद में वह अपने भाई,फिर अपनी पत्नी की मौत का दुख सहने को पौधे रोपने लगे.शुक्रवार18जन2019को उत्तराखंड के96वें वर्षीय"वृक्ष मानव"के रूप में पहचाने जाने वाले सकलानी जी का निधन हो गया.उनके परिवार का अनुमान है कि अपने जीवनकाल में सलकानी ने टिहरी-गढ़वाल में करीब 50लाख पेड़ लगाए होंगे। सकलानी की दूसरी पत्नी ने उनकी इस मुहिम ने साथ दिया,अक्सर दोनों पर्यावरण संरक्षण को लेकर लोगों को समझाते. 1986में तत्कालीन प्र.मं. राजीव गांधी ने सकलानी को इंदिरा प्रियदर्शिनी अवार्ड से सम्मानित किया. सादर वंदन.सादर नमन
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