25 Feb पुण्यतिथि काले कपड़ों वाले .जनरल केदारनाथ सहगल
पुण्यतिथि काले कपड़ों वाले .जनरल केदारनाथ सहगल
1896में इनका जन्म लाहौर में हुआ* माता-पिता ने इन्हें अच्छे स्कूल में भर्ती कराया ताकि भविष्य उज्जवल बने;प्रधानाचार्य स्वयं क्रान्तिकारी थे,अतः इनके मन में बचपन से ही देशसेवा की भावना घर कर गयी।उस समय पंजाब में सरदार अजीत सिंह,सूफी अम्बाप्रसाद ‘भारतमाता संस्था’द्वारा गाँव-गाँव घूम अंग्रेजों को भूमिकर न देने का कार्य चला रहे थे.1907 में(11वर्षआयु)में ही केदार नाथ उसमें शामिल हो गये. 1911में सशस्त्र कानून में पहली बार जेल गये।जेल जाने से पढ़ाई बीच में ही छूट गयी;1914में इन्हें लाहौर में काण्ड में फिर से गिरफ्तार किया।और साढ़े चार साल की सजा देकर मुल्तान जेल भेजा।फिर ये गांधी जी द्वारा चलाये गये असहयोग आन्दोलन में कूद पड़े।तब ये कांग्रेस की लाहौर कमेटी के महामन्त्री थे.1920में इन्होंने प्रतिज्ञा की-जब तक भारत स्वतन्त्र नहीं होगा,तब तक वे काले कपड़े ही पहनेंगे।तब से ही लोग इन्हें"काले कपड़ों वाला जनरल"कहने लगे। 1921में साइमन कमीशन भारत आया,तब पंजाब में भारी आन्दोलन हुआ।लाहौर में हुए विरोध कार्यक्रम में अपने साथियों सहित साइमन को काले झण्डे दिखाये।पुलिस ने भारी लाठीचार्ज किया,जिसमें लाला लाजपतराय बहुत घायल हुए।और वे चल बसे।फिर भगतसिंह और उनके साथियों ने इसका बदला सांडर्स को मौत की नींद सुलाकर लिया।सांडर्स काण्ड में केदारनाथ जी को भी तीन साल की सजा हुई।और मेरठ षड्यन्त्र काण्ड में भी इन्हें पाँच साल सीखचों के पीछे रहना पड़ा।प्रयाग उच्च न्यायालय में अपील के बाद- 1933में ये रिहा हुए।आवाज जनता तक पहुँचाने के लिए इन्होंने"खबरदार"तथा"उर्दू अखबार"नामक दो समाचार पत्र शुरू किये।वे लाला लाजपतराय के अखबार‘ "वन्देमातरम्"के प्रकाशक भी यही थे।इन पत्रों में शासन की खूब खिंचाई करते।आन्दोलन समाचारों हेतु लोग इनकी प्रतीक्षा करते थे।शासन को ये अखबार फूटी आँखों नहीं सुहाते।उसने इन्हें बन्द करा दिया।केदारनाथ जी ने अपने पूर्वजों की सारी सम्पत्ति बेचकर स्वतन्त्रता आन्दोलन में लगा दी।अपने जीवन के कुल 26 साल अंग्रेजों की जेलों में बिताये।वहाँ कई शारीरिक,मानसिक कष्ट झेलने पड़े.आजादी बाद भी इन्होंने इस देशसेवा के बदले में कुछ नहीं चाहा. *25फर.1968को हृदयगति रुक जाने से मृत्यु हुई।जनरल के प्रति सम्मान व्यक्त करने हेतु कफन में काले कपड़ों का ही उपयोग किया।सादर वंदन.सादर नमन🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏*
Comments
Post a Comment