5 March पूणयतीथी स्मरण वंदन स्मरणीय और प्रेरणादायी
४.३.२०२० पूणयतीथी स्मरण वंदन
स्मरणीय और प्रेरणादायी
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तपस्वी ज्येष्ठ स्वयंसेवक, विदर्भ प्रान्त के पूर्व संघचालक डॉ. श्रीरामजी जोशी के स्वर्गवास २ वर्ष पूर्ण हुआ ।
स्वर्गस्थ जोशी जी नागपुर में इंजीनियरिंग कोलेजमे प्रन्सिपाल थे ।निवृत्ति के बाद संघ कार्य के लिए पूर्णकालिन रहे।
उनका स्वर्गस्थ धर्मपत्नी भी राष्ट्र सेविका समिति मे सक्रिय कार्यरत थे।
उनको तीन पुत्रों संघ कार्य के लिए निकल पड़े । दोनों माता-पिता की वयोवृद्ध स्थिति को देखकर संघ अधिकारी की इच्छा अनुसार बडे पुत्र श्री मंगेश जी संघ जो का विभाग प्रचारकजी थे।बाद मे वापीस आकर पिताजी की सेवाश्रृशुसा की अब संघ का पुस्तकालय की जिम्मेदारी है ।दुसरे पुत्र श्री गिरिशजी १९९२ से प्रचारक है अब मध्य क्षेत्र और पश्चिम क्षेत्र के ग्राम विकास अध्यक्ष है ।गिरीशजी का गुजरात में राजकोट महानगर, राजकोट विभाग, सौराष्ट्र संभाग, गुजरात प्रांत के सह प्रचारक और पूजनीय सरसंघचालक की साथ निजी सचिव का कार्य रहा ।अब वह ग्रामीण विकास का काम देख रहे है । तीसरा पुत्र श्री शैलेष जी प्रचारकजी है जो अभी महाराष्ट्र का विदयाभारती के संगठन मंत्री का दायित्व निभा रहे है ।
डॉ श्री राम जी पुरा परिवार संघ कार्य के लिए समर्पित रहे।
मेरा प्रांत संघचालक के दायित्व मिलने के बाद नागपुर बैठक और वर्ग के समय उनके घर जाना, बातचीत से कुछ मार्गदर्शन पाना और उनके अनुभव सुनने के अवसर मिला था । कुछ बातें जो संघकार्य के लिए जरुरी है , वह धीरे से हंसी मज़ाक़ में बता देते थे । उनके साथ परिवार मे भोजन का भी अवसर मीला है । अखिल भारतीय बैठकों में मिलना भी होता रहा ।संघचालक और स्वंयसेवक का चिंतन उनके जीवन में दृश्यमान था ।
अपनी मातृभूमि के लिए तिल तिल कर स्वयं को जलाकर अनाम एवं मौन रहकर राष्ट्रवादी विचारधारा की अखंड ज्योति को सदैव प्रज्जवलित रखने वाले हमारे प्रेरणास्रोत जोशी जी को शत्-शत् वंदन🙏
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